10 September, 2009

इंतजार

युँ भी अपने दिलको खुश कर लेते हैं हम
बातें उनकी तस्वीर से ही कर लेते हैं हम

एक ना एक दिन वो आयेंगे मिलने हमसे
इसी उम्मीद पे इंतजार कर लेते हैं हम

हर वादा टुटा मेरे दिल की तरह फिर भी
हर वादे पे उनके यकीं कर लेते हैं हम

पता हैं हमें हासिल कुछ नहीं होगा लेकिन
कभी युँ ही खुदा से फर्याद कर लेते हैं हम

हर दर्द की दवा की जाये ये जरुरी तो नहीं
दर्द ही को जिंदगी की दवा कर लेते हैं हम

कई बातें हैं जिन्हें कहने नहीं पाती ये जुबाँ
उन बातों को अश्कों से बयाँ कर लेते हैं हम

अपनी जिंदगी में फुल कहा से आयेंगे भला
इसीलिये काँटोंसे ही दोस्ती कर लेते हैं हम

अब वो चाहे मिटा दे हमें या फिरसे बना दें
उन्हीं को इस दिल का खुदा कर लेते हैं हम

फिर जनम लेके हम फिर उन्हें चाहें ’अर्श’
मरने से पहले ये दुवा कर लेते हैं हम


-योगेश 'अर्श'

2 comments:

  1. pataa hai hme haasil kuchh nahi hoga lekin
    kabhi yu hi khudaa se fariyaad kr lete haiN hm

    ye bahut hi gehraa khyaal hai jise
    aapne shabdoN meiN dhaal kr sher kehne
    ki kaamyaab koshish ki hai
    baaqi sher bhi pasand aaye. . .

    ---MUFLIS---

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  2. बहुत खूब! नज़्म या गज़ल, जो भी है, बेहद पसंद आई.

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