26 August, 2009

ऐ काश के दिल हमारा पत्थर होता

ऐ काश के दिल हमारा पत्थर होता
किसी बात का ना इसपे असर होता

जी लेते एक जिंदा लाश की तर्हा फिर
जिंदगी का खौफ, ना मौत का डर होता

हँसकर पी लेते ये जहर का प्याला
पता तेरा इरादा हमें अगर होता

क़ातिल का पता चल जाता दुनिया को
जो लाश के पास मिला वो खंजर होता

हमसफर होता जहाँ में कोई मेरा
फिर आसान कुछ तो ये सफर होता

पा लेता प्यार इस दुनिया में किसीका
ना होता दुनिया में ’अर्श’ मगर होता


-योगेश 'अर्श'

11 August, 2009

फिर भी ये दिल दुआ तुझको देता हैं

दोस्तो, इस दुनिया में प्यार करनेवालों की कमी नहीं हैं। लेकिन सच्चे प्यार का मतलब कितने लोग जानते हैं ये एक सोचनेवाली बात हैं। ऐसे कई लोग हैं जो सिर्फ बाहरी आकर्षण को ही प्यार समझ बैठते हैं। और ऐसे भी हैं जो अपने व्यक्तिगत स्वार्थ को ही प्यार का नाम दे देते हैं। लेकिन खुशी की बात ये हैं की आज भी दुनिया में ऐसे लोग हैं जो प्यार के लिये अपना सबकुछ लुटा सकते हैं। उनके लिये उनका प्यार ही उनका जीवन होता हैं। ऐसे इन्सान अगर प्यार में धोखा भी खाते हैं तो अपने मेहबूब से कोई शिकवा नहीं करते। उलटे उसके लिये भी दुवायें ही मांगते हैं। लिजीये आपके सामने पेश कर रहा हूँ एक ऐसा ही शेर जो प्यार में धोखा खाये हुए एक आशिक की इसी मानसिकता को दर्शाता हैं। उम्मीद करता हूँ की आपको मेरा ये शेर पसंद आयेगा।

जानता हूँ की लौटके अब तू आयेगी नहीं
फिर भी ये दिल सदा तुझको देता हैं
इस दिल का हर जख़्म तेरी ही बदौलत
फिर भी ये दिल दुआ तुझको देता हैं

-योगेश ’अर्श’

02 August, 2009

दोस्ती - Happy Friendship Day!!

दोस्तो,

कल Friendship Day था। इस मौके पर लिजीये एक गज़ल पेश कर रहा हूँ। उम्मीद करता हूँ आपको पसंद आयेगी।

- - 0 - - 0 - - 0 - -

दोस्त बनकर आये हो तुम जबसे मेरे जीवन में
हर तरफ हैं पायी मैंने खुशीयाँ अपने जीवन में

ये हँसता हुवा चेहरा मेरा, तेरी ही तो देन हैं दोस्त
यही खयाल आया जब भी देखा मैंने दर्पन में

तोहफा हैं अनमोल ये सबसे दोस्ती तेरी मेरे लिये
जीवनभर युँही बंधे रहना दोस्ती के इस बंधन में

ऐ दोस्त तेरे साथ रहकर मिलता हैं युँ सुकून मुझे
माँ की गोद में सोता हैं जैसे बच्चा कोई बचपन में

खुद ही एक गजल बना हैं जीवन मेरा तुमसे मिलकर
करता हुँ हर शेर मैं इसका आज तुम्हारी अर्पन में


-योगेश ’अर्श’